एनआईटी कुरुक्षेत्र एक ऐसे कार्य वातावरण को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है जिसमें विभिन्न समुदायों के छात्र, शिक्षक और कर्मचारी सदस्य एक सुसंगत वातावरण में काम कर सकें। यह संस्थान का प्रयास है कि कार्यस्थल पर कोई भेदभाव न हो।
संस्थान ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के लिए एक संपर्क अधिकारी नियुक्त किया है जिनसे जाति-आधारित भेदभाव की किसी भी घटना की स्थिति में संपर्क किया जा सकता है।
एनआईटी-कुरुक्षेत्र (राष्ट्रीय महत्व का एक संस्थान) में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ का गठन 24 अगस्त, 2017 से भारत सरकार, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय (कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग) के निर्देशों के अनुसार कार्यालय ज्ञापन संख्या 43011/153/2010-स्था.(आर) दिनांक 4 जनवरी 2013 के अनुसार किया गया है।

















प्रकोष्ठ के कार्य
- •अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के छात्रों और कर्मचारियों की शिकायतों का निवारण करना और उन्हें उनकी शैक्षणिक और प्रशासनिक समस्याओं को हल करने में आवश्यक सहायता प्रदान करना।
- •राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कुरुक्षेत्र में उनके प्रभावी कार्यान्वयन के लिए भारत सरकार द्वारा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण नीतियों और अन्य कार्यक्रमों की निगरानी और मूल्यांकन करना।
- •अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के सशक्तिकरण के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा निर्धारित उद्देश्यों और लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संस्थान के प्रशासन को अनुवर्ती उपाय सुझाना।
- •संस्थान के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति छात्रों/कर्मचारियों की शिकायतों को आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए पंजीकृत करना।
- •अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के पक्ष में रिक्तियों के आरक्षण और उन्हें स्वीकार्य अन्य लाभों से संबंधित आदेशों और निर्देशों के साथ अधीनस्थ नियुक्ति प्राधिकरणों द्वारा उचित अनुपालन सुनिश्चित करना।
संपर्क अधिकारी


















Arun Goel
प्रोफेसर (विभागाध्यक्ष)
(Head of the Department)
drarun_goel@yahoo.co.in01744-233349, 01744-233300